4 Option Greeks: आपकी trading को बेहतर बनाने का रहस्य
Option Trading कैसे शुरू करें? शुरुआती कोर्स – भाग 1 में, हमने option trading की बुनियादी बातें समझीं। आपने सीखा कि options क्या होते हैं, calls और puts में क्या अंतर है, और लोग इन्हें क्यों खरीदते-बेचते हैं। हमने कुछ सामान्य शुरुआती गलतियों पर भी बात की, जैसे ज़रूरत से ज़्यादा पैसा लगाना या बिना सोच-विचार के टिप्स के पीछे भागना। अब आइए बढ़ते हैं भाग 2 की ओर, जहाँ हम “Option Greeks” के बारे में सीखेंगे। इससे हम option pricing और जोखिम को बेहतर समझ पाएंगे।

मॉड्यूल 3: Option Pricing को समझना
Option Greeks एक डैशबोर्ड जैसे होते हैं जो option trading में मदद करते हैं। ये बताते हैं कि किसी option की कीमत कैसे बदल सकती है। शुरुआती ट्रेडर्स के लिए, Greeks जटिल बातों को सरल बना देते हैं। ये दिखाते हैं कि समय, शेयर की कीमत या बाजार की अस्थिरता का option पर क्या असर होगा।
Greeks को ऐसे समझिए जैसे ये आपको बेहतर फैसले लेने में मार्गदर्शन करते हैं। उदाहरण के लिए, ये आपको चेतावनी दे सकते हैं अगर कोई option जल्दी अपना मूल्य खो सकता है। Greeks को जानना जरूरी है ताकि आप महंगी गलतियों से बच सकें, और मार्केट में बिना जोखिम के ट्रेड कर पाएं।

B. शुरुआती ट्रेडर्स के लिए सबसे ज़रूरी Option Greeks
अब हम मुख्य Greeks – Delta, Theta, Vega, और Gamma को आसान भाषा में समझते हैं। हर एक को भारतीय स्टॉक्स के उदाहरण से जोड़कर समझेंगे।
Delta:
Delta बताता है कि जब शेयर की कीमत ₹1 बढ़ती है, तो option की कीमत कितना बदलेगी। Call options के लिए delta 0 से 1 के बीच होता है, और puts के लिए 0 से -1 के बीच। अगर delta 0.5 है, और शेयर ₹1 ऊपर जाता है, तो option ₹0.50 बढ़ेगा।
उदाहरण:
आदित्य ने Tata Motors का ₹500 strike price वाला call option खरीदा है। इसका delta 0.6 है। अगर Tata Motors ₹510 से ₹511 पर जाता है, तो option की कीमत ₹0.60 बढ़ेगी। अगर शेयर ₹1 गिरे, तो option ₹0.60 घट जाएगा। Delta से आदित्य को price movement का अंदाज़ा लगता है।
Theta:
Theta बताता है कि हर दिन बीतने से option की कीमत कितनी घटेगी, इसे time decay भी कहते हैं। ये अक्सर negative होता है, यानी जैसे-जैसे expiry नज़दीक आती है, option की कीमत गिरती है। Option buyers के लिए theta एक तरह से दुश्मन है।
उदाहरण:
संस्कृति ने HDFC Bank का ₹1,500 strike price वाला put option खरीदा, जो 10 दिन में expire होगा। इसका theta -0.3 है, यानी हर दिन option ₹0.30 की कीमत खो देगा अगर कुछ और न बदले। अगर संस्कृति इसे ज़्यादा दिन तक रखेगी, तो expiry के करीब इसका मूल्य तेजी से घटेगा।
Vega:
Vega बताता है कि अगर शेयर की volatility 1% बढ़े या घटे, तो option की कीमत कैसे बदलेगी। ज्यादा volatility का मतलब है ज्यादा price swings, जिससे option की कीमत भी बढ़ती है। Vega calls और puts – दोनों के लिए positive होता है।
उदाहरण:
जय ने Infosys का ₹1,800 strike price वाला call option खरीदा है। इसका vega 0.2 है। अगर Infosys की volatility 1% बढ़ती है, तो option की कीमत ₹0.20 बढ़ जाएगी। अगर volatility घटती है, तो option का मूल्य भी कम हो सकता है। Vega से जय समझ पाता है कि बाजार का मूड उसके trade को कैसे प्रभावित करेगा।
Gamma:
Gamma बताता है कि जब शेयर ₹1 ऊपर-नीचे हो, तो delta कितनी तेजी से बदलेगा। इसे delta की speed भी कह सकते हैं। High gamma का मतलब है कि delta जल्दी बदलता है, जिससे options ज़्यादा जोखिम भरे हो जाते हैं।
उदाहरण:
मेघा ने Reliance Industries का call option खरीदा है, जिसका gamma 0.05 है।
अगर शेयर ₹10 ऊपर जाता है, तो delta 0.5 से बढ़कर 0.55 हो सकता है। Gamma मेघा को बताता है कि कीमतों में तेज़ बदलाव से उसके option पर क्या असर पड़ सकता है।
Option Greeks – उपयोग
Greeks शुरुआती ट्रेडर्स को समझदारी से trade करने में मदद करते हैं। ये एक नक्शे की तरह काम करते हैं, जिससे भारतीय बाजार में जोखिम और फायदे को पहचाना जा सकता है।
Delta से Price Sensitivity समझना
आदित्य delta देखकर तय करता है कि Tata Motors का call option खरीदना फायदेमंद है या नहीं। अगर delta 0.8 है, तो option शेयर के साथ तेजी से चलता है – फायदा जल्दी, पर जोखिम भी ज्यादा। कम delta (जैसे 0.2) वाला option सस्ता होता है, पर price movement कम दिखाता है। आदित्य delta के हिसाब से अपने risk को संतुलित करता है।
Theta से Time Management
संस्कृति theta को समझती है ताकि वह expiry के करीब option न फँस जाए।
अगर theta ज़्यादा है, तो वह short-term trade प्लान करती है जिससे time decay से नुकसान न हो। उदाहरण के लिए, वह expiry से एक हफ्ता पहले put option बेच देती है ताकि मूल्य बचा सके।
Vega से Volatility
जय vega देखकर Infosys के options को तब खरीदता है जब earnings reports के पहले volatility बढ़ती है। अगर vega high है, तो उसे पता है कि option price में तेज़ उछाल आ सकता है। पर अगर earnings के बाद volatility गिरती है, तो वह समय पर exit करके नुकसान से बचता है।
Gamma से Risk को जानना
मेघा Reliance के options में gamma देखती है ताकि वह जोखिम को समझ सके। High gamma मतलब delta जल्दी बदलता है, यानी price अचानक तेज़ी से ऊपर-नीचे जा सकता है। अगर market volatile है, तो वह trade करने से पहले तैयार रहती है या ऐसे समय में ट्रेड से बचती है।
Greeks के ज़रिए ये ट्रेडर्स बेहतर फैसले लेते हैं। जैसे, आदित्य expiry के पास high theta वाला Tata Motors call नहीं खरीदता। संस्कृति market dip में HDFC options खरीदने से पहले vega चेक करती है। Greeks से उन्हें entry, exit और risk का प्लान बनाने में मदद मिलती है – जिससे पैसा बचता है और भरोसा बढ़ता है।
Option Greeks: शुरुआती लोगों के लिए त्वरित संदर्भ सारणी
नीचे एक संक्षिप्त सारणी दी गई है, जो शुरुआती ट्रेडर्स के लिए प्रमुख Greeks को सरलता से समझाने के लिए बनाई गई है। यह खासकर भारतीय बाजार में ट्रेड करने वाले के लिए उपयोगी है।
Greek | यह क्या मापता है | मुख्य असर | उदाहरण (भारतीय स्टॉक) | शुरुआती लोगों के लिए सुझाव |
Delta | ₹1 शेयर मूव पर option की कीमत में बदलाव | दिखाता है option शेयर को कितना करीब से फॉलो करता है | आदित्य का Tata Motors call (₹500 strike, Delta 0.6): शेयर ₹1 ऊपर, option ₹0.60 ऊपर | Delta से जोखिम मापें; ज़्यादा Delta मतलब बड़ी price movement |
Theta | समय बीतने से रोज़ाना कीमत में गिरावट | Expiry नज़दीक आने पर options की कीमत घटती है | मेघा का Infosys call (₹2,000 strike, Theta -0.4): हर दिन ₹0.40 कम | ऐसे options चुनें जिनकी expiry में 30–60 दिन बाकी हों, ताकि theta का असर कम हो |
Vega | 1% volatility बदलने पर कीमत में बदलाव | ज्यादा volatility से option महंगा होता है | जय का HDFC Bank call (Vega 0.2): Volatility 1% बढ़ी, option ₹0.20 बढ़ा | Earnings या market events के समय vega पर नज़र रखें, price jump पकड़ने के लिए |
Gamma | ₹1 शेयर मूव पर delta कितनी तेज़ी से बदलेगा | तेज़ risk बदलने की चेतावनी देता है | संस्कृति का Reliance call (Gamma 0.05): शेयर ₹10 ऊपर, delta 0.5 से 0.55 | High gamma वाले options से बचें, जब तक तेज़ बदलाव के लिए तैयार न हों |
इस सारणी का उपयोग कैसे करें:
- Delta: यह तय करने में मदद करता है कि option आपके risk level के हिसाब से ठीक है या नहीं।
(उदाहरण: High delta वाला option aggressive trades के लिए बेहतर हो सकता है।) - Theta: प्लानिंग करें ताकि expiry के बहुत पास तक option न रखें।
(उदाहरण: Option को expiry से लगभग 10 दिन पहले बेच दें।) - Vega: Infosys जैसे स्टॉक्स के earnings या events के समय vega देखें, ताकि तेज़ price movements का फायदा मिले।
- Gamma: Volatile बाजार में delta के तेज़ बदलाव से बचने के लिए gamma ज़रूर चेक करें।
(तेज़ी से बदलता gamma आपको नुकसान भी करा सकता है।)

Module 4: Option Greeks से जुड़ी हुई सामान्य गलतियाँ और उनसे बचने के तरीके
Time Decay (Theta) को नजरअंदाज़ करना
शुरुआती ट्रेडर्स जैसे आदित्य या मेघा अक्सर theta को नज़रअंदाज़ कर देते हैं, जिससे अचानक नुकसान होता है। Theta बताता है कि जैसे-जैसे expiry नज़दीक आती है, option की कीमत हर दिन कितनी घटती है। कई नए ट्रेडर्स, जैसे Reliance Industries का call option खरीदते हैं, इस उम्मीद में कि स्टॉक बड़ी छलांग लगाएगा।
लेकिन अगर शेयर की कीमत न बदले, तो भी theta हर दिन option की value गिरा देता है। यह असर expiry के करीब – खासकर आखिरी दो हफ्तों में – बहुत तेज़ हो जाता है।
उदाहरण:
मेघा ने Infosys का ₹2,000 strike call option खरीदा है, जिसका theta -0.4 है। इसका मतलब है – हर दिन option ₹0.40 की कीमत खो देगा। 10 दिन में ₹4, और 20 दिन में ₹8 की गिरावट आ सकती है – भले ही Infosys की कीमत न बदले। अगर मेघा theta को नजरअंदाज़ करे और option ज़्यादा देर तक पकड़े रखे, तो वह अपनी ज़्यादातर पूँजी खो सकती है।
इससे कैसे बचें:
- Option खरीदने से पहले उसका theta ज़रूर देखें – ताकि रोज़ाना का नुकसान पता हो।
- ऐसे options चुनें जिनकी expiry में कम से कम 30–60 दिन बाकी हों, ताकि time decay कम हो।
- उदाहरण के लिए, आदित्य ने Tata Motors का ₹500 strike call खरीदा है जिसमें 45 दिन बचे हैं और theta -0.2 है।
हर दिन सिर्फ ₹0.20 की गिरावट होती है – जिससे उसे मुनाफे के लिए समय मिलता है। - पहले से exit strategy तैयार करें – एक तारीख या price तय करें जिस पर आप option बेचेंगे।
संस्कृति, जो HDFC Bank के puts में ट्रेड कर रही है, तय करती है कि expiry से कम से कम 10 दिन पहले option बेच देगी। - Earnings जैसे market events के समय, अगर volatility कम हो जाए, तो theta का असर और बढ़ सकता है।
इसलिए इन घटनाओं पर नज़र रखें और trades समय पर प्लान करें।
अगर आप theta को समझें और सही टाइमिंग रखें, तो आप पैसे की रक्षा कर सकते हैं और समझदारी से ट्रेड कर सकते हैं।
Module 3 में हमने मुख्य Greeks – Delta, Theta, Vega और Gamma को समझा। इन टूल्स से शुरुआती ट्रेडर्स जैसे आदित्य और संस्कृति option pricing को बेहतर समझ पाते हैं।
- Delta से पता चलता है कि शेयर की कीमत में बदलाव option को कैसे प्रभावित करता है।
- Theta रोज़ाना होने वाले नुकसान को उजागर करता है, जो समय के साथ होता है।
- Vega यह दिखाता है कि volatility से option की कीमत कैसे बदलती है।
- Gamma तेज़ risk बदलाव की चेतावनी देता है।
इन Greeks का इस्तेमाल करके आप स्टॉक्स में स्मार्ट तरीके से ट्रेड कर सकते हैं।
Module 4 में हमने एक बड़ी गलती देखी: theta को अनदेखा करना। अगर आप expiry के बहुत पास तक option पकड़े रहते हैं, तो उसका मूल्य पूरी तरह खत्म हो सकता है।
बचाव का तरीका:
Theta देखें, लंबी expiry चुनें और पहले से exit प्लान तय करें।
Greeks को समझना एक मजबूत ट्रेडिंग नींव तैयार करता है। ये आपके निर्णयों को गाइड करते हैं और जोखिम को संभालने में मदद करते हैं। अब आप तैयार हैं Part 3 के लिए, जहाँ हम practical strategies सीखेंगे:
- Calls और puts खरीदना
- Income के लिए covered calls लगाना
- अपना brokerage सेट करना
- और आत्मविश्वास से ट्रेड शुरू करना!
Part 3 मिस न करें – यहाँ आपका ज्ञान, असली एक्शन में बदलेगा।
Disclaimer:
Options trading में उच्च जोखिम होता है और इससे बड़े वित्तीय नुकसान हो सकते हैं। कीमतें volatility, time decay और Greeks जैसे अन्य कारकों के कारण तेज़ी से बदल सकती हैं। बीते हुए प्रदर्शन से भविष्य के नतीजों की गारंटी नहीं मिलती। ट्रेडिंग से पहले पूरा रिसर्च करें और अपनी वित्तीय स्थिति का आंकलन करें। अपने निवेश लक्ष्यों और जोखिम सहने की क्षमता के अनुसार निर्णय लें। लेखक या यह प्लेटफ़ॉर्म किसी भी नुकसान के लिए ज़िम्मेदार नहीं हैं।
संदर्भ
यहाँ कुछ भरोसेमंद और उपयोगी संसाधन दिए गए हैं जो Option Greeks को समझने और अभ्यास करने में मदद करेंगे। ये खासतौर पर शुरुआती ट्रेडर्स के लिए बनाए गए हैं और भारतीय मार्केट पर केंद्रित हैं।
Sensibull by Zerodha
लिंक: https://sensibull.com
विवरण: यह एक ऐसा प्लेटफॉर्म है जहाँ भारतीय ट्रेडर्स options trading को एनालाइज़ और प्रैक्टिस कर सकते हैं।
यह SBI जैसे स्टॉक्स के लिए Greeks दिखाता है और वर्चुअल ट्रेडिंग की सुविधा देता है।
क्यों उपयोगी है:
शुरुआती ट्रेडर्स real-time data और वर्चुअल ट्रेडिंग के ज़रिए strategies को सुरक्षित तरीके से आज़मा सकते हैं।
Udemy: Options Trading Courses
लिंक: https://www.udemy.com/topic/options-trading/
विवरण: “Using the Greeks in Options Trading” जैसे कोर्स में Delta, Theta और Vega को आसान उदाहरणों के साथ सिखाया जाता है।
क्यों उपयोगी है:
यह interactive lessons और अभ्यास के ज़रिए Greeks की calculation सिखाता है – जो शुरुआत में बहुत मददगार होता है।
Jainam Broking IOC Event
लिंक: https://www.jainam.in
विवरण: भारत में (जैसे सूरत में) workshops कराते हैं जहाँ options trading और Greeks को real examples के साथ सिखाया जाता है। जैसे HDFC Bank के स्टॉक्स पर आधारित अभ्यास।
क्यों उपयोगी है:
Live expert learning, खासतौर पर शुरुवाती ट्रेडर्स के लिए जो भारतीय माहौल में सीखना चाहते हैं।
FAQ
Option Greeks क्या हैं?
Greeks ऐसे tools हैं जो यह मापते हैं कि समय, volatility आदि के बदलाव से option की कीमत पर क्या असर होता है।
Delta क्यों ज़रूरी है?
Delta बताता है कि जब स्टॉक की कीमत ₹1 बदलती है, तो option की कीमत कितनी बदलेगी।
Theta – option को कैसे प्रभावित करता है?
Theta हर दिन होने वाले मूल्य नुकसान को दिखाता है, खासकर जब expiry नज़दीक हो।
Vega क्या बताता है?
Vega यह दर्शाता है कि स्टॉक की volatility में 1% बदलाव से option की कीमत कैसे बदलती है।
Gamma क्यों मायने रखता है?
Gamma यह मापता है कि Delta कितनी तेजी से बदल रहा है — जिससे तेज़ risk बदलाव का संकेत मिलता है।
Stock Market में निवेश शुरू करने के लिए लोकप्रिय ऐप्स:
- Zerodha Kite: साफ इंटरफ़ेस, शुरुआती निवेशकों के लिए अच्छा। Click to open free account with Zerodha (Kite-App)
- Groww: सरल ऐप, म्यूचुअल फंड और शेयरों के लिए अच्छा सपोर्ट।
- Upstox: कम शुल्क और उपयोग में आसान।
- Angel One: शोध उपकरण और सलाह प्रदान करता है।
शेर बाजार के अलावा भी investment के कई options है । याद रखें, हम हमेशा आपके साथ हैं, लेकिन अपनी मेहनत की कमाई का फ़ैसला हमेशा सोच-समझकर और अपने वित्तीय सलाहकार से सलाह लेकर ही करें। आइए, आलेखी – Aalekhi के साथ मिलकर एक आर्थिक रूप से मजबूत भविष्य बनाएँ! आप अपने परिवार और मित्रो के साथ भी यह जानकारी साझा करे।
जरुर पढ़े –
Option Trading: शुरुआती कोर्स – कैसे शुरू करें (भाग 1)
Crypto Legal Status- निवेशकों के लिए बड़ी खबर; क्या Crypto है अगला शेयर बाजार? 2020 से 243 % Return
टैक्स बचाने के लिए बेहतरीन ELSS Mutual Funds कैसे चुनें? 7 Important things
Discover more from Aalekhi - आलेखी
Subscribe to get the latest posts sent to your email.