IPO की दुनिया को समझे – कैसे apply करे, नुकसान और फायदे
IPO आजकल भारत में काफी ट्रेंड में हैं। क्योंकि कंपनियां और लोग दोनो जल्दी से पैसे जुटाने के लिए उत्सुक हैं। अर्थव्यवस्था तेजी से बढ़ रही है, यह निवेशकों को आकर्षित करता है। इसके अलावा, शेयर बाजार अच्छा प्रदर्शन कर रहा है, जिससे नई लिस्टिंग पर विश्वास बढ़ रहा है। कई स्टार्टअप और व्यवसाय सार्वजनिक फंडिंग से अपनी ऑपरेशंस को बढ़ाना चाहते हैं। नतीजतन, खुदरा निवेशक IPO से बड़ा मुनाफा कमाने के लिए उत्साहित रहते हैं।
सोशल मीडिया और समाचार माध्यम नए ऑफरिंग्स के बारे में और अधिक चर्चा कर रहे हैं। इसके अलावा, तकनीकी और ऊर्जा जैसे क्षेत्र अधिक IPO लांच को बढ़ावा दे रहे हैं। अंत में, सरकार की समर्थन नीति कंपनियों के लिए पब्लिक में जाने के लिये सरल रह बनाती है।
वैश्विक ट्रेंड्स (Global IPO Trends)
भारत ने 2023 और 2024 में वैश्विक IPO चार्ट्स में शीर्ष स्थान प्राप्त किया। सबसे ज्यादा IPO एक साल में भारत में लिस्ट हुए l आगे इसका विवरण दिया है l
Year – | 2023 | 2024 |
Country | IPOs | IPOs |
India | 327 | 170 |
USA | 183 | 100 |
Europe (Excluding U.K) | 115 | 79 |
China | 98 | 101 (+ Hong Cong = 64) |
Japan | 85 | 93 |
IPOs को क्षेत्रीय आर्थिक स्थिति गतिविधियां प्रभावित करती है। तकनीकी, स्वास्थ्य और रक्षा जैसे क्षेत्र वैश्विक ट्रेंड्स को बढ़ावा देते हैं। हाल ही में लोग IPOs में अधिक निवेश कर रहे हैं l आर्थिक वृद्धि, कम ब्याज दरें, बड़े नाम वाली कंपनियों की लिस्टिंग, लाभकारी नीति परिवर्तन, क्षेत्रीय उत्साह और संभावित लिस्टिंग की बड़ी संख्या एक साथ काम कर रही है। हालांकि कुछ अनिश्चितताएँ हैं l 2025 में कुल मिलाकर IPO निवेशों के लिए मजबूत रुचि दिखती है l जो बाजार की स्थिति और निवेशकों के उत्साह से प्रेरित है। इसके अलावा, ब्याज दरों में कमी और AI की प्रगति आशावाद को बढ़ावा दे रही है। नतीजतन, 2025 में दुनिया भर में मजबूत IPO गतिविधि की उम्मीद है।
IPO क्या है?
जब एक कंपनी अपने शेयर पहली बार सार्वजनिक रूप से बेचती है, तब इसे IPO कहते है। इससे कंपनी को पैसे जुटाने में मदद मिलती है। शेयर एक स्टॉक एक्सचेंज पर सूचीबद्ध होते हैं। निवेशक इन शेयरों को खरीद सकते हैं।
कंपनियाँ IPO क्यों लाती हैं?
कंपनियाँ IPO लाकर धन जुटाती हैं। यह पैसा व्यापार वृद्धि या विस्तार में मदद करता है। साथ ही, यह कर्ज चुकाने में भी मदद कर सकता है। इसके अलावा, IPO कंपनी की सार्वजनिक छवि को बढ़ावा देते हैं। और, यह मालिकों को शेयर बेचने की अनुमति देता है।
पहली बार सार्वजनिक रूप से IPO कैसे बेचे जाते हैं?
कंपनियाँ IPOs को संभालने के लिए बैंकों को नियुक्त करती हैं। फिर, बैंक शेयर की कीमत तय करते हैं। साथ ही, वे निवेशकों के लिए एक प्रॉस्पेक्टस तैयार करते हैं। इसके बाद, शेयर स्टॉक एक्सचेंजों पर उपलब्ध कराए जाते हैं। निवेशक इन्हें ब्रोकरों या ऐप्स के जरिए खरीद सकते हैं। कभी-कभी, IPOs सार्वजनिक आवेदन की अनुमति भी देते हैं। आगे इस प्रक्रिया को और विस्तार से समझते है l

IPO की प्रक्रिया
1 . आयपीओ को SEBI की मंजूरी
- कंपनी IPO के लिए SEBI से आवेदन करती है।
- SEBI दस्तावेजों की जांच करता है।
- मंजूरी मिलने पर IPO आगे बढ़ता है।
2. कीमत सीमा और लॉट आकार
- बैंक शेयर की कीमत सीमा तय करते हैं।
- लॉट आकार वह न्यूनतम शेयर होता है, जिसे खरीदा जा सकता है।
- निवेशक इस कीमत सीमा के भीतर बोली लगाते हैं।
3. बुक बिल्डिंग
- निवेशक शेयरों के लिए बोली लगाते हैं।
- बोली से अंतिम शेयर की कीमत तय होती है।
- यह प्रक्रिया उचित मूल्य निर्धारण सुनिश्चित करती है।
4. आवंटन (Allotment)
बुक बिल्डिंग के बाद, IPO आवंटन शुरू होता है। आवंटन बोली और उपलब्धता पर निर्भर करता है। पहले, बिड्स इकट्ठी की जाती हैं और वर्गीकृत की जाती हैं। फिर, शेयरों का वितरण मांग के आधार पर किया जाता है। अगर आवेदनों की संख्या अधिक हो तो लॉटरी सिस्टम द्वारा शेयरों का आवंटन किया जाता है। खुदरा निवेशक जैसे संदीप को अनुपातिक रूप से शेयर मिलते हैं। अंत में, शेयर डिमेट अकाउंट में क्रेडिट हो जाते हैं।
उदाहरण –
XYZ लिमिटेड, एक सोलर एनर्जी कंपनी, अपनी ऑपरेशंस का विस्तार करना चाहती है। इसलिए, यह फंड जुटाने के लिए IPO लॉन्च करने का निर्णय लेती है। कंपनी का मूल्य ₹500 करोड़ है। इसका लक्ष्य IPO के माध्यम से ₹100 करोड़ जुटाना है। XYZ कुल 1 करोड़ शेयरों की पेशकश करती है, जिसमें प्रति लॉट 50 शेयर होते हैं।
SEBI की मंजूरी
- XYZ SEBI को योजनाएँ प्रस्तुत करती है।
- SEBI IPO की समीक्षा करती है और मंजूरी देती है।
- XYZ अब सार्वजनिक हो सकता है।
कीमत सीमा और लॉट आकार
- बैंक ₹100-₹120 के बीच कीमत सीमा तय करते हैं।
- लॉट आकार 50 शेयर होते हैं।
- निवेशक इसी सीमा में बोली लगाते हैं।
बुक बिल्डिंग
- संदीप 100 शेयरों के लिए आवेदन करता है।
- वह ₹115 प्रति शेयर की बोली लगाता है।
- बोली से कीमत ₹115 तय होती है।
आवंटन (Allotment of Shares)
- संदीप को 50 शेयर आवंटित होते हैं।
- शेयर उसके खाते में क्रेडिट होते हैं।
- IPO से पैसे सफलतापूर्वक जुटाए जाते हैं।

IPO कैसे apply करें
आयपीओ में निवेश करने के लिए डिमेट अकाउंट होना जरूरी है। यह आपके शेयरों को इलेक्ट्रॉनिक रूप से रखता है। ट्रेडिंग अकाउंट भी आवश्यक है, जो आपको शेयर खरीदने और बेचने की अनुमति देता है। दोनों अकाउंट ब्रोकर (जैसे Zerodha, Angel One, Groww आदि) के माध्यम से खोले जाते हैं। ये IPO आवेदन और ट्रेडिंग के लिए जरूरी हैं। Click to open free demat account with Zerodha (Kite)
Payment for IPO
IPOs के लिए भुगतान UPI या ASBA के माध्यम से किया जा सकता है। UPI आपके बैंक से लिंक होता है, जिससे भुगतान जल्दी होता है। ASBA का मतलब है “एप्लिकेशन सपोर्टेड बाई ब्लॉक्ड अमाउंट”। यह आपके बैंक खाते में IPO के लिए पैसे ब्लॉक करता है। पैसे तभी कटते हैं जब शेयर आवंटित होते हैं। अधिकांश IPO आवेदन के लिए ASBA अनिवार्य है।
IPO in 2025
जनवरी 2025 से एप्रिल 2025 तक का IPO data
Name | Listing Date | IPO MCap Rs. Cr | IPO Price | Current Price | % Change |
Leo Dryfruits | 08-01-2025 | 93 | 52 | 53 | 2% |
Parmeshwar Metal | 09-01-2025 | 93 | 61 | 62.8 | 3% |
Davin Sons Reta | 09-01-2025 | 29 | 55 | 21 | -62% |
Fabtech Techn. | 10-01-2025 | 105 | 85 | 302 | 255% |
Standard Glass | 13-01-2025 | 2793 | 140 | 137 | -2% |
Indobell Insul. | 13-01-2025 | 29 | 46 | 117.85 | 156% |
Quadrant Future | 14-01-2025 | 1160 | 290 | 458.4 | 58% |
Delta Auto. | 14-01-2025 | 199 | 130 | 68.95 | -47% |
B.R.Goyal Infra. | 14-01-2025 | 322 | 135 | 124.4 | -8% |
Avax Apparels | 14-01-2025 | 7.27 | 70 | 134 | 91% |
Sat Kartar | 17-01-2025 | 128 | 81 | 139.95 | 73% |
Barflex Poly. | 20-01-2025 | 148 | 60 | 61.7 | 3% |
Laxmi Dental | 20-01-2025 | 2352 | 428 | 386.25 | -10% |
Kabra Jewels | 22-01-2025 | 134 | 128 | 149.4 | 17% |
Rikhav Securitie | 22-01-2025 | 329 | 86 | 67.01 | -22% |
Landmark Immig. | 23-01-2025 | 148 | 72 | 53 | -26% |
Stallion India | 23-01-2025 | 714 | 90 | 67.2 | -25% |
EMA Partners | 24-01-2025 | 288 | 124 | 116.2 | -6% |
CapitalNumbers | 27-01-2025 | 642 | 263 | 168 | -36% |
Denta Water | 29-01-2025 | 785 | 294 | 291.55 | -1% |
Rexpro Enter. | 29-01-2025 | 162 | 145 | 79.95 | -45% |
CLN Energy | 30-01-2025 | 264 | 250 | 390 | 56% |
GB Logistics | 31-01-2025 | 84 | 102 | 48.37 | -53% |
H.M. Electro | 31-01-2025 | 103 | 75 | 73 | -3% |
Malpani Pipes | 04-02-2025 | 97 | 90 | 63.15 | -30% |
Dr Agarwal’s Hea | 04-02-2025 | 12698 | 402 | 363.05 | -10% |
Chamunda Ele. | 11-02-2025 | 55 | 50 | 41.95 | -16% |
Ken Enter. | 12-02-2025 | 231 | 94 | 37.4 | -60% |
Amwill | 12-02-2025 | 222 | 111 | 79.11 | -29% |
Readymix Cons. | 13-02-2025 | 135 | 123 | 80.85 | -34% |
Solarium Green | 13-02-2025 | 398 | 191 | 288 | 51% |
Eleganz Interior | 14-02-2025 | 294 | 130 | 137 | 5% |
Ajax Engineering | 17-02-2025 | 7196 | 629 | 683 | 9% |
Chandan Healthca | 17-02-2025 | 389 | 159 | 177.1 | 11% |
P S Raj | 19-02-2025 | 106 | 140 | 137.5 | -2% |
Hexaware Tech. | 19-02-2025 | 43025 | 708 | 722.05 | 2% |
Voler Car | 19-02-2025 | 100 | 90 | 90.3 | 0% |
Maxvolt Ene. | 19-02-2025 | 196 | 180 | 193.35 | 7% |
Shanmuga Hos. | 21-02-2025 | 74 | 54 | 35.58 | -34% |
L.K.Mehta Poly. | 21-02-2025 | 27 | 71 | 59.84 | -16% |
Quality Power El | 24-02-2025 | 3291 | 425 | 360.35 | -15% |
Tejas Cargo | 24-02-2025 | 401 | 168 | 168 | 0% |
Royal Arc | 24-02-2025 | 133 | 120 | 152.1 | 27% |
HP Telecom | 28-02-2025 | 129 | 108 | 122.95 | 14% |
Swasth Foodtech | 28-02-2025 | 55 | 94 | 28.01 | -70% |
Beezaasan Exp. | 03-03-2025 | 226 | 175 | 216 | 23% |
Nukleus Office | 04-03-2025 | 94 | 234 | 207.75 | -11% |
Shreenath | 05-03-2025 | 86 | 44 | 15.05 | -66% |
Balaji Phos. | 07-03-2025 | 166 | 70 | 136.5 | 95% |
NAPS Global | 11-03-2025 | 40 | 90 | 49 | -46% |
PDP Shipping | 18-03-2025 | 40 | 135 | 77.95 | -42% |
Super Iron | 19-03-2025 | 253 | 108 | 32.55 | -70% |
Paradeep Pari. | 24-03-2025 | 156 | 98 | 97 | -1% |
Divine Hira | 24-03-2025 | 117 | 90 | 45.65 | -49% |
Grand Continent | 27-03-2025 | 282 | 113 | 146 | 29% |
Rapid Fleet | 28-03-2025 | 143 | 192 | 204.25 | 6% |
Active Infra. | 28-03-2025 | 272 | 181 | 170 | -6% |
Desco Infra. | 01-04-2025 | 115 | 150 | 247.45 | 65% |
Shri Ahimsa | 02-04-2025 | 278 | 119 | 150.45 | 26% |
ATC Energies | 02-04-2025 | 241 | 118 | 99.15 | -16% |
Identixweb | 03-04-2025 | 56 | 54 | 76 | 41% |
Retaggio | 07-04-2025 | 39 | 25 | 20.6 | -18% |
Infonative Solu. | 08-04-2025 | 94 | 79 | 33.2 | -58% |
Spinaroo Comm. | 08-04-2025 | 36 | 51 | 69.81 | 37% |
Tankup Engi. | 30-04-2025 | 74 | 140 | 167.8 | 20% |
Why to Invest in IPO – IPO में निवेश क्यों करें?
Investment in IPO में विकास के अवसरों के लिए आकर्षक हो सकता है। नई कंपनियाँ अक्सर उच्च लाभ देने की क्षमता रखती हैं। इससे आपको अच्छे व्यवसायों में जल्दी शेयर खरीदने का मौका मिलता है। IPOs आपके निवेश पोर्टफोलियो को विविधता भी प्रदान कर सकते हैं।
लिस्टिंग गेन का अवसर
लिस्टिंग के समय IPO लाभ दे सकते हैं। अगर मांग अधिक है, तो शेयर प्रस्ताव मूल्य से ऊपर बिक सकते हैं। इससे निवेशकों को त्वरित लाभ होता है। उदाहरण के लिए, संदीप ₹100 में खरीदता है और लिस्टिंग दिन पर ₹130 में बेचता है। हालांकि, बाजार में उतार-चढ़ाव के कारण लाभ की गारंटी नहीं होती है। कंपनी के भविष्य की संभावनाओं पर शोध करना बहुत ज़रूरी है। लिस्टिंग गेन कई खुदरा निवेशकों को IPOs में आकर्षित करता है।
अच्छी कंपनियों में उचित या कम मूल्य पर निवेश
IPO आपको मजबूत कंपनियों में जल्दी निवेश करने का मौका देते हैं। अक्सर, शेयर उचित या कम मूल्य पर होते हैं। यह निवेशकों को आकर्षित करने के लिए किया जाता है। आप तकनीकी या ऊर्जा जैसी बढ़ती कंपनियों में हिस्सेदारी ले सकते हैं। लेकिन, कम मूल्यांकन हमेशा सही नहीं होता है। कंपनी के वित्तीय आंकड़े और बाजार की प्रवृत्तियों की जांच करना आवश्यक है। यह एक अवसर है, जिसमें आप अच्छे स्टॉक्स जल्दी खरीद सकते हैं।
दीर्घकालिक वृद्धि की संभावना (Long Term Growth)
दीर्घकालिक वृद्धि का अवसर IPO प्रदान कर सकते हैं। नवीकरणीय ऊर्जा जैसे क्षेत्रों में नई कंपनियाँ काफी वृद्धि कर सकती हैं। यदि कंपनी सफल होती है तो शुरुआती निवेशकों को फायदा होता है। उदाहरण के लिए, वर्षों तक शेयर रखने से उच्च लाभ मिल सकता है। हालांकि, सभी IPOs दीर्घकालिक रूप से अच्छा प्रदर्शन नहीं करते। कंपनी की योजनाओं का पूरा विश्लेषण करना आवश्यक है। यह उन निवेशकों के लिए आदर्श है जो संपत्ति निर्माण के लिए धैर्य रखते हैं।
IPO निवेश के जोखिम
आयपी कुछ लाभ होते हैं, लेकिन इनमें मूल्य में उतार-चढ़ाव जैसे जोखिम भी होते हैं। इसलिए, निवेश से पहले सावधानीपूर्वक शोध करना आवश्यक है।
लिस्टिंग के बाद कीमत में गिरावट
लिस्टिंग के बाद शेयर प्रस्ताव मूल्य से नीचे गिर सकते हैं। बाजार की स्थिति या कम मांग इसके कारण हो सकती है। उदाहरण के लिए, संदीप ₹100 में खरीदता है, लेकिन शेयर ₹80 तक गिर जाते हैं। यदि वह बेचता है, तो उसे तुरंत नुकसान हो सकता है। नई कंपनियाँ प्रदर्शन में अस्थिर होती हैं। निवेशकों को कंपनी के मूलभूत आंकड़ों की जांच करनी चाहिए। दीर्घकालिक रूप से शेयर रखने से नुकसान की भरपाई हो सकती है।
कोई आवंटन नहीं
अगर IPO ओवरसब्सक्राइब हो जाता है, तो आपको शेयर नहीं मिल सकते। उच्च मांग के कारण लॉटरी आधारित आवंटन होता है। संदीप 100 शेयरों के लिए आवेदन करता है, लेकिन उसे कोई शेयर नहीं मिलता। उसके ब्लॉक किए गए पैसे रिहा होते हैं, लेकिन वह अवसर खो देता है। ऐसा उन लोकप्रिय IPOs में होता है जिनमें सीमित शेयर होते हैं। कई खातों से आवेदन करने से मौके बढ़ सकते हैं। सब्सक्रिप्शन दरें जांचने से उम्मीदें सेट करने में मदद मिलती है।
बाजार में उतार-चढ़ाव
IPO के शेयर लिस्टिंग के बाद अत्यधिक उतार-चढ़ाव कर सकते हैं। बाजार की स्थिति के कारण कीमतें अचानक गिर सकती हैं। नई कंपनियों के पास ट्रेडिंग इतिहास नहीं होता l इससे अनिश्चितता बढ़ जाती है। उदाहरण के लिए, संदीप के शेयर IPO मूल्य से नीचे गिर सकते हैं। इससे तुरंत नुकसान हो सकता है। निवेशकों को मूल्य में उतार-चढ़ाव के लिए तैयार रहना चाहिए। सही समय और शोध आवश्यक हैं।
ऐतिहासिक डेटा की कमी
नई लिस्टेड कंपनियों के पास अक्सर सीमित सार्वजनिक डेटा होता है। स्थापित कंपनियों के मुकाबले, उनका प्रदर्शन भविष्य में कैसे रहेगा, यह पूर्वानुमान करना कठिन होता है। वित्तीय रिकॉर्ड भविष्य की सफलता को नहीं दर्शा सकते। इससे जोखिम का मूल्यांकन करना मुश्किल हो जाता है। निवेशक प्रॉस्पेक्टस पर निर्भर करते हैं, जो कभी-कभी अत्यधिक आशावादी हो सकते हैं। कंपनी का सही आकलन न करना नुकसान का कारण बन सकता है। पूरी तरह से शोध करना अत्यंत महत्वपूर्ण है।
अधिक मूल्यांकन का जोखिम
कुछ IPOs अपने वास्तविक मूल्य से अधिक मूल्यांकित होते हैं। लॉन्च के दौरान हाइप शेयर की कीमतों को बढ़ा सकता है। अगर आय अपेक्षाओं के अनुसार नहीं होती, तो कीमतें गिर सकती हैं। उदाहरण के लिए, एक हाइप की गई तकनीकी कंपनी IPO के बाद निराश कर सकती है। अगर निवेशक अधिक कीमतों पर खरीदते हैं, तो उन्हें नुकसान हो सकता है। मूल्य सीमा का सावधानीपूर्वक मूल्यांकन करना महत्वपूर्ण है। प्रतिस्पर्धियों के साथ तुलना करके अधिक भुगतान करने से बचा जा सकता है।
IPO निवेश के बारे में जागरूकता
कंपनी की बुनियादी बातों पर शोध करें
निवेश करने से पहले, कंपनी के व्यापार मॉडल और वित्तीय स्थिति का अध्ययन करें। इसके राजस्व, मुनाफे और कर्ज स्तर को जांचें। एक मजबूत कंपनी के पास स्पष्ट विकास योजनाएँ होती हैं। प्रॉस्पेक्टस में जोखिम और अवसरों की समीक्षा करें। कमजोर बुनियादी बातों से नुकसान हो सकता है। उदाहरण के लिए, संदीप को उच्च कर्ज वाली कंपनियों से बचना चाहिए। पूरी तरह से शोध करने से सूचित निर्णय लेने में मदद मिलती है।
IPO का मूल्यांकन करें
यह सुनिश्चित करें कि IPO की कीमत उचित हो। मूल्य सीमा को उद्योग के साथ तुलना करें। अधिक कीमत वाले शेयर लिस्टिंग के बाद गिर सकते हैं। उचितता के लिए मूल्य-से-आय अनुपात (P/E) देखें। संदीप को अतिरंजित मूल्यांकन वाली IPOs से बचना चाहिए। कम मूल्य वाली IPOs बेहतर लाभ की संभावना देती हैं। मूल्यांकन विश्लेषण शेयरों के लिए अधिक भुगतान करने से बचाता है।
बाजार की स्थितियों को समझें
बाजार के रुझान IPO के प्रदर्शन को प्रभावित करते हैं। मंदी (bearish) बाजार लिस्टिंग कीमतों को कम कर सकता है। आर्थिक कारकों जैसे ब्याज दरें या वैश्विक घटनाओं की जांच करें। उच्च उतार-चढ़ाव से नई लिस्टिंग को नुकसान हो सकता है। संदीप को बाजार में मंदी के समय IPOs से बचना चाहिए। स्थिर बाजारों में निवेश करना सुरक्षित रहता है। बेहतर निर्णय के लिए समाचार पर नजर रखें।
आवंटन जोखिमों के लिए योजना बनाएं
ओवरसब्सक्राइब किए गए IPOs में शेयर आवंटित नहीं हो सकते हैं। आवेदन करने से पहले सब्सक्रिप्शन दरों की जांच करें। अवसर बढ़ाने के लिए कई खातों से आवेदन करें। सहज भुगतान के लिए ASBA या UPI का उपयोग करें। संदीप को तकनीकी समस्याओं से बचने के लिए जल्दी आवेदन करना चाहिए। फंड को अस्थायी रूप से ब्लॉक किए जाने के लिए तैयार रहें। आवंटन के अवसरों को जानने से उम्मीदों को सही तरीके से प्रबंधित किया जा सकता है।
ग्रे मार्केट मूल्य और सार्वजनिक भावना (GMP) से अधिक प्रभावित न हों
सार्वजनिक भावना IPO की सफलता में बड़ा अंतर डाल सकती है l क्योंकि यह मांग को प्रभावित करती है। ग्रे मार्केट मूल्य (GMP) IPO के आधिकारिक लिस्टिंग से पहले बाजार की भावना को दिखाता है। लेकिन, एक को खुद को भटकने नहीं देना चाहिए।
सार्वजनिक भावना
IPO के बारे में लोग कैसा महसूस करते हैं – जानना जरुरी है । यदि ज्यादातर लोग उत्साहित होते हैं, तो मांग बढ़ती है और कीमतें बढ़ सकती हैं। अगर लोग अनिश्चित या नकारात्मक होते हैं, तो लिस्टिंग के बाद कीमतें गिर सकती हैं। सार्वजनिक भावना की अनदेखी करने से गलत समय पर खरीदारी हो सकती है। समाचार, सोशल मीडिया और विशेषज्ञों के विचार इस भावना को आकार देते हैं। शॉर्ट-टर्म कीमत में उतार-चढ़ाव अक्सर इसी भावना से प्रेरित होते हैं।
ग्रे मार्केट मूल्य (GMP)
ग्रे मार्केट मूल्य IPO लिस्टिंग से पहले अनौपचारिक कीमत होती है। यह दिखाता है कि लोग ट्रेडिंग शुरू होने से पहले कितनी कीमत चुकाने के लिए तैयार हैं। उच्च GMP का मतलब होता है मजबूत रुचि l जो अच्छे लिस्टिंग लाभ का कारण बन सकती है। निम्न या गिरता हुआ GMP कमजोर मांग या अधिक मूल्यांकन को संकेत करता है। GMP पर ध्यान न देने से अप्रत्याशित नुकसान या चूके हुए लाभ हो सकते हैं। यह लिस्टिंग के दिन शेयर के उद्घाटन मूल्य का अनुमान लगाने में मदद करता है।
नकारात्मक भावना और कम GMP का उदाहरण:
Paytm IPO (2021)
• सार्वजनिक भावना:
Paytm के IPO पर मिश्रित प्रतिक्रियाएँ आईं। यह भारत की प्रमुख फिनटेक कंपनी थी l कई निवेशकों को लगा कि इसका मूल्यांकन बहुत अधिक था। साथ ही फिनटेक क्षेत्र में प्रतिस्पर्धा ने कुछ निवेशकों को सतर्क कर दिया।
• ग्रे मार्केट मूल्य (GMP):
Paytm का GMP लिस्टिंग से पहले कम था। GMP ₹100-₹150 के आसपास था l यह प्रस्ताव मूल्य से नीचे था। इससे बाजार में कमजोर रुचि का संकेत मिलता है, और कई निवेशकों ने कमजोर लिस्टिंग प्रदर्शन की उम्मीद की थी।
• परिणाम:
जब Paytm के शेयर स्टॉक एक्सचेंज पर लिस्ट हुए, तो वे ₹1,950 पर खुले l यह ल्य ₹2,150 से लगभग 10% कम था। यह दिखाता है कि नकारात्मक भावना और कम GMP कैसे निराशाजनक लिस्टिंग प्रदर्शन का कारण बन सकते हैं।
IPO में निवेश करने से दोनों प्रकार के अवसर और जोखिम सामने आते हैं। IPO निवेश लाभकारी हो सकता है l लेकिन इसमें मूल्य में उतार-चढ़ाव और कंपनी की स्थिरता जैसे जोखिमों पर ध्यान देना आवश्यक है। निवेश करने से पहले हमेशा कंपनी की बुनियादी बातों (विकास, राजस्व, प्रबंधन) का विश्लेषण करें। बाजार की भावना और GMP रुझानों पर नजर रखें l क्योंकि ये संभावित IPO प्रदर्शन के बारे में जानकारी प्रदान करते हैं। अगर आप जोखिम से बचने वाले निवेशक हैं, तो IPO के बाद शेयर के स्थिर होने तक इंतजार करना बेहतर हो सकता है। अगर आप उच्च जोखिम लेने के लिए तैयार हैं, तो जल्दी निवेश करना संभावित रूप से अधिक लाभकारी हो सकता है।
FAQ
IPO क्या है?
Initial Public Offering एक प्रक्रिया है जिसमें कोई निजी कंपनी पहली बार अपने शेयर पब्लिक को बेचती है और स्टॉक मार्केट में लिस्ट होती है। इससे कंपनी को पूंजी मिलती है और आम निवेशक कंपनी में हिस्सेदार बन सकते हैं।
आयपीओ के लिए कैसे apply करें?
IPO के लिए आप किसी भी ब्रोकिंग प्लेटफॉर्म (जैसे Zerodha, Groww, Upstox आदि) या नेट बैंकिंग (ASBA सुविधा) के माध्यम से आवेदन कर सकते हैं।
शेयर आबंटन के बाद पैसे कटते हैं।
UPI ID से पेमेंट लिंक किया जाता है।
बोली लगाई जाती है (बिडिंग)</
Note
शेर बाजार के अलावा भी investment के कई options है । आधिक जानकारी के लिये पढे What is Investment? कैसे करें शुरुवात ? Investment के 10 + मुख्य तरीके । याद रखें, हम हमेशा आपके साथ हैं l लेकिन अपनी मेहनत की कमाई का फ़ैसला हमेशा सोच-समझकर और अपने वित्तीय सलाहकार से सलाह लेकर ही करें।
यदि आपको शेयर बाजार, क्रिप्टोकरेंसी, म्यूचुअल फंड, या कमोडिटी बाजार से संबंधित कोई भी प्रश्न हैं, तो कृपया हमसे संपर्क करें। आप हमें ईमेल कर सकते हैं: editor@aalekhi.com, या हमारे संपर्क फॉर्म के माध्यम से भी अपने सुझाव साझा कर सकते हैं।
हमारी टीम आपके सवालों का समाधान करने के लिए तत्पर है। हमसे संपर्क करने में संकोच न करें।
सादर,
आलेखी टीम
Discover more from Aalekhi - आलेखी
Subscribe to get the latest posts sent to your email.