Raymond Share की कीमत में 66 % गिरावट – Raymond Share Demerger
14 मई 2025 को Raymond Share की क़ीमत में ज़बरदस्त गिरावट आई। शेयर ₹1,561.30 से गिरकर ₹523.10 पर पहुंच गया, यानी करीब 66% की गिरावट हुई। हालांकि उसी दिन यह थोड़ा संभला और ₹551.20 तक पहुंच गया, जहां 5% का अपर सर्किट लगा। यह गिरावट Raymond की रियल एस्टेट कंपनी Raymond Realty के डीमर्जर की वजह से हुई। यह डीमर्जर 1 मई 2025 से लागू हुआ, जिसके बाद Raymond Realty एक अलग कंपनी बन गई। अब निवेशकों के पास Raymond और Raymond Realty– दोनों कंपनियों के शेयर हैं। इससे उनके कुल निवेश की कीमत पर कोई असर नहीं पड़ा है। कंपनी का यह कदम अपने कारोबार को बेहतर तरीके से चलाने और विकास तेज़ करने के लिए है।

Raymond Share Demerger – Key Points
- हर Raymond Ltd. के शेयर पर, एक Raymond Realty का शेयर मिलेगा l
- इसके लिए रिकॉर्ड डेट 14 मई 2025 तय की गई है।
- नेशनल कंपनी लॉ ट्राइब्यूनल ने इस डीमर्जर को मार्च 2025 में मंज़ूरी दी थी।
- इसकी घोषणा पहले जुलाई 2024 में की गई थी।
- Raymond Realty को सितंबर 2025 तक NSE और BSE पर लिस्ट किया जाएगा।
- वित्त वर्ष 2024-25 की चौथी तिमाही में कंपनी की आय ₹766 करोड़ रही।
- यह आय पिछले साल की तुलना में 13% ज़्यादा रही है।
- 14 मई को शेयर में तेज़ गिरावट के बाद 5% का अपर सर्किट लगा।
- यह Raymond का दूसरा डीमर्जर है; पहला सितंबर 2024 में हुआ था।
- तब Raymond Lifestyle को एक अलग कंपनी के रूप में अलग किया गया था।
- इस डीमर्जर का मकसद संचालन को बेहतर बनाना और निवेशकों को फायदा पहुंचाना है।
Ramond Share डीमर्जर क्यों किया गया?
Raymond Ltd. ने जुलाई 2024 में अपने रियल एस्टेट कारोबार को Raymond Realty Ltd. में अलग करने की घोषणा की थी। इसका मकसद अपने कामकाज को सरल बनाना और बेहतर ढंग से संभालना था। इस योजना को नेशनल कंपनी लॉ ट्राइब्यूनल ने मंजूरी दी, और यह 1 मई 2025 से लागू हो गई। यह रणनीतिक कदम शेयरधारकों के लिए अधिक मूल्य सृजित करने और विकास को बढ़ावा देने के लिए उठाया गया है। नीचे इस फैसले के कुछ मुख्य कारण दिए गए हैं:
Raymond Share धारकों को अधिक लाभ
Demerger से रियल एस्टेट कारोबार अलग हो गया है। अब निवेशक दो अलग-अलग कंपनियों के शेयर रख सकते हैं, जिससे कुल निवेश मूल्य बढ़ता है।
मुख्य कारोबार पर ध्यान
Raymond Ltd. अब अपने मुख्य क्षेत्रों — इंजीनियरिंग और वस्त्र — पर केंद्रित रहेगा। वहीं Raymond Realty स्वतंत्र रूप से रियल एस्टेट कारोबार को आगे बढ़ाएगी।
नए निवेशकों को आकर्षित करना
एक अलग रियल एस्टेट कंपनी के रूप में, Raymond Realty खास इस क्षेत्र के निवेशकों को लुभा सकती है। इससे रणनीतिक साझेदार भी जुड़ सकते हैं।
कॉर्पोरेट ढांचे को सरल बनाना
यह बदलाव दोनों कंपनियों के लिए अधिक स्पष्ट और केंद्रित बिजनेस मॉडल बनाता है। इससे संचालन में कुशलता आती है।
विकास की संभावनाओं का उपयोग
Raymond Realty अब ₹32,000 करोड़ की संभावित आय का लाभ उठा सकती है। इसमें से ₹25,000 करोड़ केवल ठाणे की ज़मीन से संभावित है, जो भारतीय प्रॉपर्टी मार्केट में इसकी ताक़त बढ़ाता है।
वित्तीय स्वतंत्रता
डीमर्जर के बाद Raymond Realty पर कोई कर्ज़ नहीं है। इसके पास ₹399 करोड़ की नकद राशि है, जिससे इसकी वित्तीय स्थिति मजबूत हुई है।
स्वतंत्र संचालन की आज़ादी
अब Raymond Realty को अपना विस्तार करने की पूरी छूट है। ठाणे और मुंबई (MMR) की परियोजनाओं के ज़रिए यह ₹40,000 करोड़ तक के अवसरों को निशाना बना रही है।
बाज़ार की उम्मीदें
1 मई 2025 से Raymond Ltd. के रियल एस्टेट कारोबार को Raymond Realty Ltd. में अलग कर दिया गया है। इस डीमर्जर ने शेयर बाज़ार में खासा उत्साह और दिलचस्पी पैदा की है। इस कदम का उद्देश्य एक केंद्रित रियल एस्टेट कंपनी बनाना है। बाज़ार को इस रणनीतिक बदलाव से कई परिणामों की उम्मीद है। नीचे कुछ प्रमुख उम्मीदें दी गई हैं:
Raymond Share के मूल्य में वृद्धि
निवेशकों को उम्मीद है कि दोनों कंपनियों के अलग शेयर मिलकर ज़्यादा कुल मूल्य देंगे।
तेज़ रियल्टी ग्रोथ
Raymond Realty की ₹32,000 करोड़ की संभावित आय, खासकर ठाणे प्रोजेक्ट्स से, उम्मीदें बढ़ा रही है।
लाभ में सुधार
कंपनी पर कोई कर्ज़ नहीं है और ₹399 करोड़ की नकदी है, जिससे मुनाफ़ा बढ़ सकता है।
Raymond Share मूल्य में स्थिरता
Raymond Ltd. के शेयर में 66% की technical गिरावट के बाद, अब रिकवरी की उम्मीद है।
निवेशकों को आकर्षित करना
एक अलग रियल्टी कंपनी होने से, यह रियल एस्टेट क्षेत्र के संस्थागत निवेशकों को लुभा सकती है।
बेहतर संचालन
दोनों कंपनियों के पास अब स्पष्ट फोकस होगा, जिससे प्रदर्शन और निर्णय बेहतर होंगे।
बाज़ार में विस्तार
Raymond Realty की ठाणे और MMR की परियोजनाएं, बाज़ार में इसकी पकड़ बढ़ा सकती हैं।

निवेशकों को क्या करना चाहिए?
रेमंड लिमिटेड के रियल एस्टेट कारोबार को रेमंड रियल्टी लिमिटेड में अलग करना, 1 मई 2025 से प्रभावी होगा। यह बदलाव निवेशकों के लिए कुछ नए अवसर लेकर आया है। रेमंड रियल्टी के सितंबर 2025 तक सूचीबद्ध होने की उम्मीद है। 14 मई 2025 की रिकॉर्ड तिथि पर, हर Raymond Ltd. Share के बदले एक Raymond Reality Share मिला है। ऐसे में निवेशकों को सही निर्णय लेने के लिए कुछ ज़रूरी कदम उठाने होंगे। नीचे ऐसे मुख्य कदम बताए गए हैं जो निवेशकों को ध्यान में रखने चाहिए।
• दोनों शेयर रखें:
रेमंड लिमिटेड और रेमंड रियल्टी के शेयर साथ रखने से कुल मूल्य में लाभ हो सकता है।
• कीमत पर नज़र रखें:
14 मई 2025 को रेमंड लिमिटेड में 66% गिरावट के बाद कीमत स्थिर होने का इंतज़ार करें।
• रियल्टी की क्षमता समझें:
रेमंड रियल्टी की ₹32,000 करोड़ की प्रोजेक्ट पाइपलाइन, खासकर ठाणे प्रोजेक्ट, अच्छी संभावना दिखाती हैं।
• वित्तीय स्थिति जानें:
रेमंड रियल्टी की चौथी तिमाही की ₹766 करोड़ की आय और बिना कर्ज़ की स्थिति को समझें।
• अपडेट रहें:
सितंबर 2025 तक रेमंड रियल्टी की लिस्टिंग और प्रदर्शन पर लगातार नज़र बनाए रखें।
• सलाह लें:
अपनी निवेश रणनीति को लक्ष्य और जोखिम से मिलाने के लिए वित्तीय सलाहकार से संपर्क करें।
• विविधता बनाए रखें:
अचल संपत्ति बाज़ार में उतार-चढ़ाव को ध्यान में रखकर अपने पोर्टफोलियो को संतुलित करें।
Raymond Lifestyle Demerger
सितंबर 2024 में, रेमंड लिमिटेड ने अपने लाइफस्टाइल कारोबार को रेमंड लाइफस्टाइल लिमिटेड के रूप में अलग किया। यह demerger नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल की मंज़ूरी के बाद हुआ, ताकि कपड़े और फैशन पर केंद्रित इकाई बने। हर शेयरधारक को एक Raymond Ltd. Share पर एक Raymond Lifestyle का शेयर मिला। रेमंड लाइफस्टाइल 5 सितंबर 2024 को NSE और BSE पर सूचीबद्ध हुआ। इस कदम से रेमंड ने अपने कामकाज को सरल बनाया और निवेशकों के लिए मूल्य में इज़ाफा किया। 14 मई 2025 को NSE पर रेमंड लाइफस्टाइल का शेयर मूल्य ₹979.70 रहा।इस डिमर्जर से शेयर की कीमतों में बड़ा असर देखा गया और निवेशकों की मिली-जुली प्रतिक्रिया सामने आई। अब जानते हैं इसके प्रमुख प्रभाव क्या रहे।
Raymond Share की कीमतों पर असर:
- 11 जुलाई 2024 को रिकॉर्ड तिथि पर रेमंड लिमिटेड का शेयर ₹3,156.10 से गिरकर ₹1,906 पर खुला। यह 40% की गिरावट थी, जो लाइफस्टाइल कारोबार के अलग होने को दर्शाती है।
- इसके बाद शेयर 3% बढ़कर ₹2,009.80 तक पहुँचा और ₹2,047.45 पर 5% का अपर सर्किट छू गया।
- 5 सितंबर को रेमंड लाइफस्टाइल ने ₹3,020 पर शुरुआत की, जो बेस प्राइस ₹1,562.65 से 93% अधिक थी। मुनाफा वसूली के चलते यह 5% गिरकर ₹2,869 पर आ गया।
- नवंबर तक, कमजोर दूसरी तिमाही नतीजों के कारण कीमत 35% गिरकर ₹2,036 हो गई।
निवेशकों की भावना
शुरुआत में निवेशक उत्साहित थे और जुलाई 2024 में रेमंड का शेयर 18% बढ़कर ₹3,484 तक गया। उम्मीद थी कि डिमर्जर से बेहतर वैल्यू सामने आएगी। मोतिलाल ओसवाल जैसे विश्लेषकों ने “खरीदें” की रेटिंग दी और ₹2,930 का उचित मूल्य बताया। लेकिन Q1FY25 में 8% राजस्व की गिरावट और EBITDA में 51% की कमी ने जोश कम कर दिया। इसका कारण कम मांग, गर्मी की मार और चुनावी माहौल रहा। संस्थागत निवेशकों की बिकवाली ने कीमतों पर और दबाव बनाया, क्योंकि उनका निवेश उद्देश्य मेल नहीं खा रहा था।
कंपनी की विकास योजना
डिमर्जर का मकसद कपड़े और फैशन पर ध्यान देकर विकास को तेज़ करना था। कंपनी का लक्ष्य FY28 तक 12–15% की राजस्व वृद्धि और ₹2,000 करोड़ का EBITDA हासिल करना है। हर साल ₹600–700 करोड़ की नकद आमदनी का अनुमान है। FY27 तक स्टोर्स की संख्या दोगुनी कर 900 करने और भारत के ₹18,300 करोड़ के वेडिंग मार्केट का लाभ उठाने की योजना है। हालांकि Q1FY25 कमजोर रहा, लेकिन प्रबंधन को Q2 और Q3 में त्योहारों से रिकवरी की उम्मीद है। FY24–25 में ₹100 करोड़ के निवेश से उत्पादन क्षमता बढ़ेगी और FY27 तक ₹400 करोड़ की अतिरिक्त आमदनी होगी। दीर्घकाल में, यह डिमर्जर रेमंड लाइफस्टाइल को भारत के बढ़ते समारोह बाज़ार में मज़बूत बनाएगा।

Raymond कंपनी के बारे में (About Raymond Company)
रेमंड लिमिटेड, भारत की एक प्रमुख कंपनी समूह है, जिसकी स्थापना 1925 में हुई थी। इसका मुख्यालय मुंबई में स्थित है और यह कंपनी शुरुआत में कपड़ा उद्योग के लिए जानी जाती थी। समय के साथ, रेमंड ने कई क्षेत्रों में विस्तार किया और डिमर्जर के बाद तीन अलग इकाइयाँ बनीं— रेमंड लिमिटेड, रेमंड लाइफस्टाइल लिमिटेड, और रेमंड रियल्टी लिमिटेड (Raymond Ltd, Raymond Lifestyle Ltd. and Raymond Reality Ltd.)
भारत में रेमंड को उसके प्रसिद्ध सूटिंग फैब्रिक और “द कम्प्लीट मैन” अभियान के लिए पहचाना जाता है। डिमर्जर से कंपनी के अलग-अलग कारोबार स्पष्ट हुए, जो फोकस्ड ग्रोथ की दिशा में बड़ा कदम है। आम जनता अब भी रेमंड को केवल कपड़ों से जोड़ती है, लेकिन कंपनी अब कई क्षेत्रों में सक्रिय है। नीचे कंपनी की स्थापना, क्षेत्रों, नेतृत्व और तीन इकाइयों की संक्षिप्त जानकारी दी गई है।
Raymond Group Overview (संक्षिप्त जानकारी)
विवरण | जानकारी |
---|---|
स्थापना वर्ष | 1925 (रेमंड वूलन मिल, ठाणे क्रीक) |
संस्थापक | अल्बर्ट और अब्राहम जैकब रेमंड |
भारतीय स्वामित्व | 1944 से (लाला कैलाशपत सिंघानिया) |
मुख्यालय | मुंबई |
मुख्य चेहरा | गौतम हरि सिंघानिया (Chairman & MD) |
मुख्य कार्यक्षेत्र (सेक्टर्स)
सेक्टर | मुख्य गतिविधियाँ / ब्रांड्स |
---|---|
कपड़ा और परिधान | Park Avenue, ColorPlus, Parx, Raymond Ready-to-Wear, Ethnix |
रियल एस्टेट | Raymond Realty – ठाणे, मुंबई, पुणे में मिड व प्रीमियम हाउसिंग |
इंजीनियरिंग | JK Files & Tools, Ring Plus Aqua, Maini Precision Products |
एफएमसीजी | पुरुष ग्रूमिंग उत्पाद, Kamasutra कॉन्डम, एयर चार्टर सेवाएँ |
प्रमुख नेतृत्व (Leadership)
इकाई | नेतृत्व |
---|---|
Raymond Ltd. | गौतम हरि सिंघानिया (CMD) |
Raymond Realty Ltd. | हरमोहन साहनी (CEO) |
Raymond Lifestyle Ltd. | Sunil Kataria – Left (feb – 2025) (अब) – गौतम हरि सिंघानिया (CMD) |
तीन प्रमुख इकाइयाँ (Post-Demerger Entities)
इकाई का नाम | फोकस / मुख्य कार्य | लिस्टिंग/मार्केट कैप |
Raymond Ltd. | इंजीनियरिंग, एफएमसीजी, शेष टेक्सटाइल | ₹10,414 करोड़ (मई 2025) |
Raymond Lifestyle Ltd. | ब्रांडेड कपड़े व फैशन | लिस्टेड: सितंबर 2024 |
Raymond Realty Ltd. | रियल एस्टेट प्रोजेक्ट्स (ठाणे, मुंबई) | लिस्टिंग लक्ष्य: सितंबर 2025 |
बड़े प्रोजेक्ट्स (Mega Projects – As of May 2025)
प्रोजेक्ट | विवरण / संभावित राजस्व |
ठाणे लैंड डेवेलपमेंट | 100 एकड़ (40 चालू, 60 भविष्य के लिए), ₹25,000 करोड़ |
MMR JDAs | 6 समझौते, ₹14,000 करोड़ संभावित राजस्व |
Maini Precision अधिग्रहण | एयरोस्पेस, डिफेंस, EV के लिए विस्तार |
Park Avenue – High Street Reimagined | ठाणे में रिटेल + रेसिडेंशियल इकोसिस्टम, ₹505 करोड़ बुकिंग |
बांद्रा प्रोजेक्ट (GS सीरीज़) | 4 प्रीमियम हाउसिंग प्रोजेक्ट्स (1 निर्माणाधीन) |
भविष्य की योजनाएँ (Future Outlook)
रेमंड लाइफस्टाइल का टारगेट
- FY28 तक 12–15% राजस्व वृद्धि
- ₹2,000 करोड़ EBITDA
- ₹600–700 करोड़ सालाना नकदी प्रवाह
- FY27 तक 900 स्टोर
रियल एस्टेट में
- 20% CAGR बुकिंग ग्रोथ
- नई JDAs और मुंबई में प्रीमियम प्रोजेक्ट्स
निवेशकों के लिए नोट
Raymond Ltd. और इसकी नई इकाइयों – Raymond Lifestyle Ltd. और Raymond Reality Ltd.—में निवेश के अवसर हैं। लेकिन इसके साथ सावधानीपूर्वक योजना बनाना ज़रूरी है क्योंकि बाज़ार में अस्थिरता और सेक्टर-विशेष जोखिम मौजूद हैं। 15 मई 2025 तक, रेमंड लिमिटेड का शेयर ₹523.10, रेमंड लाइफस्टाइल का ₹979.70 है। रेमंड रियल्टी के सितंबर 2025 में लिस्ट होने की उम्मीद है। निवेशक इन बिंदुओं को ध्यान में रखें:
- दोनों शेयर रखें: रेमंड लिमिटेड और रेमंड रियल्टी के शेयर बनाए रखें ताकि मिलकर वैल्यू ग्रोथ का लाभ मिले।
- कीमतों पर नज़र रखें: 14 मई 2025 को 66% गिरावट के बाद रेमंड लिमिटेड की कीमत में स्थिरता का इंतज़ार करें।
- रियल्टी के प्रोजेक्ट्स आँकें: रेमंड रियल्टी के ₹32,000 करोड़ के ठाणे प्रोजेक्ट्स की दीर्घकालीन क्षमता पर विचार करें।
- वित्तीय प्रदर्शन जाँचें: Q1FY25 में रेमंड लाइफस्टाइल की आय में गिरावट और रियल्टी की Q4 आय ₹766 करोड़ रही है।
- अपडेटेड रहें: रेमंड रियल्टी की लिस्टिंग और प्रोजेक्ट्स की प्रगति पर सितंबर 2025 तक ध्यान रखें।
- निवेश में विविधता रखें: रियल एस्टेट, टेक्सटाइल और इंजीनियरिंग में संतुलन बना कर सेक्टर-जोखिम को कम करें।
- विशेषज्ञ सलाह लें: अपने जोखिम और लक्ष्य को ध्यान में रखते हुए निवेश की योजना विशेषज्ञ की मदद से बनाएं।
FAQ
डिमर्जर क्या है?
जब कोई कंपनी अपने अलग-अलग कारोबारों को स्वतंत्र इकाइयों में बाँटती है, तो उसे डिमर्जर कहते हैं। जैसे कि रेमंड लिमिटेड ने हाल ही में रेमंड लाइफस्टाइल और रेमंड रियल्टी में डिमर्जर किया। इस तरह का रणनीतिक कदम कंपनी की कार्यक्षमता और निवेश मूल्य बढ़ाने के लिए उठाया जाता है। डिमर्जर से कंपनी अपने संचालन को सरल बना सकती है और अलग-अलग बाज़ारों की मांग पूरी कर सकती
Demerger क्यों किया जाता है?
शेयरहोल्डर वैल्यू बढ़ाना:
अलग इकाइयाँ बनने से हर कारोबार का मूल्य अलग से आँका जा सकता है, जिससे कुल वैल्यू बढ़ती है।
• बिज़नेस फोकस तेज़ होना:
हर इकाई अपने मुख्य कारोबार पर ध्यान देती है, जिससे संचालन और निर्णय बेहतर होते हैं।
• नए निवेशकों को आकर्षित करना:
अलग-अलग क्षेत्र की कंपनियाँ उन निवेशकों को आकर्षित करती हैं जो किसी खास सेक्टर में रुचि रखते हैं।
• विकास की संभावनाएँ बढ़ाना:
स्वतंत्र इकाइयाँ अपने सेक्टर के अनुसार रणनीति बना सकती हैं और तेज़ी से आगे बढ़ सकती हैं।
• प्रबंधन में सरलता:
डिमर्जर से संगठन की जटिलता घटती है और हर इकाई का संचालन अधिक पारदर्शी हो जाता है।
• वित्तीय लचीलापन:
हर इकाई अपनी पूँजी का उपयोग स्वयं करती है, जिससे कर्ज़ कम होता है और निवेश बेहतर होता है।
• प्रतिस्पर्धात्मक बढ़त:
फोकस्ड कंपनियाँ बाज़ार की बदलती ज़रूरतों को जल्दी अपनाती हैं और मज़बूत स्थिति बना पाती हैं।
Disclaimer
यह रिपोर्ट तकनीकी, आर्थिक और सार्वजनिक स्रोतों से प्राप्त जानकारी के आधार पर “Aalekhi (आलेखी)” संपादकीय टीम द्वारा तैयार की गई है। इसमें प्रस्तुत कुछ विश्लेषण, तुलना और संभावनाएं आलेखी के संपादकों की स्वतंत्र राय पर आधारित हैं।
यह सामग्री किसी सरकारी निकाय, कंपनी या सेवा प्रदाता की आधिकारिक घोषणा नहीं मानी जानी चाहिए। पाठकों को सलाह दी जाती है कि किसी भी आर्थिक, तकनीकी या निवेश संबंधी निर्णय से पहले प्रामाणिक स्रोतों से सत्यापन अवश्य करें।
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